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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palपाठक के मन में आने वाले सभी विचारों, कल्पनाओं और अनुभवों का एक काव्यात्मक रूपांतरण है - शब्दांकुर। इस पुस्तक में लिखी कवितायेँ कहीं न कहीं आपकी सोच और परिस्थितियों से जुड़ी हुई हैं, और इन्हे पढ़कर शायद आपको भी ये कविताएं कुछ अपनी सी ही लगेंगी।
ज्योती अस्टुनकर
ज्योती अस्टुनकर, इस पुस्तक 'शब्दांकुर' की लेखिका, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के जगत में काम करनेवाली एक ग्राफिक डिज़ाइनर है। बचपन से ही रचनात्मक कार्यों में रुचि रखने वाली एक कलाकार, जिसे अपने दैनिक कार्यों के साथ कुछ अलग करने में हमेशा से रूचि रही है। पिछले 16 सालों से आय. टी. जगत में कार्यरत होने के बावजूद उनकी रचनात्मक कार्यों में रुचि सदा से ही कायम है। हमेशा एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाली ज्योती को अपना खाली समय कुछ रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करना बहुत पसंद है। लिखनें में रुचि होने के साथ-साथ, उन्हें दूसरे रचनात्मक कार्य जैसे ऑयल पेंटिंग, एक्रिलिक पेंटिंग, स्केचिंग आदि का भी बहुत शौक है। सपनों के शहर मुंबई की रहनेवाली ज्योती अस्टूनकर की प्रकाशित होने वाली ये पहली पुस्तक है, जिसमें उन्होंने कई अलग-अलग प्रकार के भावों, समय, परिस्थितियों और विचारों का कुछ शब्द देकर, कविता के रूप वर्णन किया है।
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