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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal*क्या आप जादू में विश्वास करते हैं?*
प्रेम और दयालुता का जादू, प्रेम वह अनुभव होता है जब आत्म प्रेम का एहसास होता है और दयालुता उसका परिणाम होती है।
कविता वह जादूगर है जो हमें हमारी आत्मा से जोड़ती है। जादू से भरी इस दुनिया का आनंद लेने की एकमात्र शर्त है हर छोटे पल का हिस्सा बनना और इसका जश्न मनाना। इसे अपने तरीके से मनाएं।
*यह छोटे-छोटे क्षणों को धूप में अपना दिन बिताने का समय है*
न केवल बड़े जीवन बदलने वाले क्षण बल्कि ये खूबसूरत छोटे संघर्ष और खुशियाँ भी आपके जीवन की सुर्खियों में रहने का अधिकार रखती हैं। उन्हें याद करने से हमें राहत और खुशी मिलती है।
ख़ूब कहा है -
"यदि प्रेम जीवन का भोजन है,
फिर यात्रा ही मिठाई है"
तो, क्या आप जादू की एक अलग दुनिया में यात्रा करना चाहेंगे?
*आइए एक साथ मिलकर एक नई दुनिया की इस रोमांचक यात्रा का आनंद लें*
लावण्या
लावण्या एक आत्मविश्लेषी कवि हैं जिनका काम मानवीय अनुभव की गहराइयों में उतरता है। अपनी पहली कविता पुस्तक में, उन्होंने अपने आस-पास की दुनिया की गहरी टिप्पणियों के साथ अपनी व्यक्तिगत यात्रा को कलात्मक रूप से बुना है। लावण्या का मानना है कि कविता हमारे अंतरतम के लिए एक पुल है, एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से भावनाओं और विचारों को खूबसूरती से व्यक्त किया जाता है।
निरंतर बदलती दुनिया में, उनकी कविता एक कालातीत अभयारण्य प्रदान करती है, जो हमें मानवीय अनुभव की स्थायी सुंदरता की याद दिलाती है।
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